बिजी शेड्यूल के चलते लोग स्ट्रेस में रह रहे हैं और हल्का-फुलका स्ट्रेस लेना नॉर्मल भी है लेकिन लंबे समय तक स्ट्रेस में रहना आपके फिजिकल और मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है क्योंकि अगर आप किसी भी बात को लेकर तनाव में रहते हैं तो इसका असर आपकी सेहत पर ही पड़ेगा और शरीर पर इसके कुछ लक्षण भी नजर आते हैं जिन्हें इग्नोर ना कर समझना भी जरूरी है। अगर आपको लगातार अच्छा महसूस नहीं हो रहा और बात-बात पर रोने का मन कर रहा है किसी काम में दिल नहीं लग रहा तो यह क्रॉनिक स्ट्रेस का संकेत हो सकता है। दरअसल, जब आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस में रहते हैं तो शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसा होने पर शरीर में कुछ लक्षण भी शरीर में नजर आने लगते हैं, जिन्हें समय रहते पहचानना जरूरी है।
स्ट्रेस हार्मोन के बढ़ने पर शरीर में नजर आते हैं ये संकेत
कुछ एक्सपर्ट की मानें तो स्ट्रेस हार्मोन जब बढ़ता है तो शरीर में कुछ इस तरह के संकेत नजर आने लगते हैं।
1. स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के बढ़ने पर शरीर में कई तरह के संकेत दिखते हैं जिसमें गर्दन के पीछे उभार महसूस होना भी शामिल हो सकता है। दरअसल, कोर्टिसोल का लेवल बढ़ने पर, शरीर के कई हिस्सों में फैट जमने लगती है और उन अंगों में गर्दन भी शामिल है।
2. सूजा हुआ चेहरा भी स्ट्रेस हार्मोन का संकेत है। कोर्टिसोल लेवल शरीर में वॉटर रिटेंशन भी बढ़ा देता है जिससे चेहरे पर सूजन नजर आने लगती है।
3. हाई कोर्टिसोल का संकेत है बार-बार मीठा खाने की लालसा होना क्योंकि जब ये हार्मोन कालेवल बढ़ता है तो शुगर की क्रेविंग्स होती है। इस हार्मोन के बढ़ने से ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव होता है। इसके कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है और बेली फैट बढ़ सकता है।
4. बहुत लंबे समय से आपको थकान महसूस हो रही है तो इसके पीछे भी वजह तनाव हो सकता है। स्ट्रेस बढ़ने पर, एनर्जी की प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है। एनर्जी कम होती है तो थकान कमजोरी जैसा महसूस होता है।
5. लंबे समय तक स्ट्रेस रहने पर मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और वजन पर असर दिखता है। डाइजेशन खराब रहता है और मोटापा बढ़ने लगता है। कुछ लोगों को स्ट्रेस के चलते शरीर से दुर्गंध भी आने लगती है।
6. स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने से नींद आने में मुश्किल होती है। कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत आती है। पेनिक अटैक्स, नींद नहीं आती, मसल्स पेन, छाती में दर्द, हाईपरटेंशन, सीने में जलन, अचानक वजन बढ़ना या घटना, कब्ज और डायरिया, स्किन इरिटेशन, पसीना, पीरियड्स साइकिल में बदलाव भी आता है।
मेंटल हैल्थ पर स्ट्रेस का असर
अगर किसी भी काम को ध्यान लगाने में आपको दिक्कत होती है तो यह संकेत मेंटल स्ट्रेस से जुड़ा है।
बार बार लगातार तेज सिरदर्द होना भी अधिक तनाव का लक्षण है।
हाई कोर्टिसोल लेवल का असर, सीबम और ऑयल प्रोडक्शन पर भी दिखता है जिससे एक्ने अधिक होने लगते हैं।